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Hindi Suvichar
टूटा हुआ विश्वाश और छुटा हुआ बचपन
जिन्दगी में कभी दुबारा वापस नहीं मिलता
नफरतो में क्या रखा है नोह्ब्ब्त से जीना सीखो
क्योकि ये दुनिया न तो हमारा घर हर और नही
आप का ठिकाना याद रहे दुसरा मोका सिर्फ कहानिया
देती है जिन्दगी नही