Hindi Shayari
Hindi Shayari
जिन्दगी तुजसे हर कदम पर समजोता
क्यों किया जाए
शोक जीने का है मगर इतना भी नही
की मर मर कर जिया जाऐ
तुझे चाहा तो बहुत इजहार न कर सके,
कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके,
तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई माँगी,
और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके
दिल के हर कोने में बसाया है आपको,
अपनी यादों में हर पल सजाया है आपको,
यकीं न हो तो मेरी अॉखों में देख लीजिये,
अपने अश्कों में भी छुपाया है आपको
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