रात को नया चाँद मुबारक,
चाँद को चाँदनी मुबारक,
फलक को सितारे मुबारक,
सितारों को बुलन्दी मुबारक,
और आपको हमारी तरफ से ईद मुबारक….
चुपके से चाँद की रौशनी छू जाये आपको;
धीरे से ये हवा कुछ कह जाये आपको;
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से;
हम दुआ करते हैं वो मिल जाये आपको।
ईद मुबारक़!
ईद का चाँद जो देखा तो तमन्ना लिपटी
उन से तक़रीब-ए-मुलाक़ात का रिश्ता निकला
रमजान में ना मिल सके;
ईद में नज़रें ही मिला लूं;
हाथ मिलाने से क्या होगा;
सीधा गले से लगा लूं।
ईद मुबारक
दीपक में अगर नूर ना होता;
तन्हा दिल यूँ मजबूर ना होता;
मैं आपको “ईद मुबारक” कहने जरूर आता;
अगर आपका घर इतना दूर ना होता।
ईद मुबारक!
चाँद रात मुबारक शायरी
सदा हँसते रहो जैसे हँसते हैं फूल;
दुनिया के सारे गम तुम जाओ भूल;
चारों तरफ फ़ैलाओ खुशियों के गीत;
इसी उम्मीद के साथ तुम्हें मुबारक हो ईद।
ईद मुबारक
सूरज की किरणें तारों की बहार;
चाँद की चाँदनी अपनों का प्यार;
हर घड़ी हो ख़ुशहाल;
उसी तरह मुबारक हो आपको ईद का त्योंहार।
ईद मुबारक!
चाँद रात मुबारक स्टेटस
महक उठी है फ़ज़ा पैरहन की ख़ुशबू से
चमन दिलों का खिलाने को ईद आई है
ज़िन्दगी का हर पल खुशियों से कम न हो;
आप का हर दिन ईद के दिन से कम न हो;
ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो;
जिसमें कोई दुःख और कोई गम न हो!
ईद मुबारक!